मेरी शिक्षा - Class 5 Hindi Kalrav Chapter 2 Question Answer - mobile sathi - your learning friend
पाठ में आए कठिन शब्दों का अर्थ - (word meaning ) -
बेख़ौफ़ - निडर, अक्षरारंभ - पढ़ने की शुरुआत, सबक़ - सीख, जानकारी, बिस्मिल्लाह - शुभारंभ, दरख़्त - पेड़, सुपुर्द - सौंपना
(क) - बालक राजेंद्र प्रसाद की शिक्षा कब और कहाँ हुई ?
उत्तर - बालक राजेंद्र प्रसाद की शिक्षा पाँचवे या छठवें वर्ष में घर पर मौलवी साहब द्वारा हुई ।
(ख) - उनके साथ कौन - कौन पढ़ता था ?
उत्तर - उनके साथ परिवार के दो चचेरे भाई भी पढ़ते थे ।
(ग) - पहले मौलवी और दूसरे मौलवी साहब में क्या अंतर था ?
उत्तर - पहले मौलवी साहब कई चीजें न जानते हुए उन पर जानने का पूरा दावा करते थे । जबकि दूसरे मौलवी साहब बेहद गम्भीर थे । अच्छा पढ़ाते थे । एक अच्छे शिक्षक थे ।
(घ ) देर तक न पढ़ना पड़े, इसके लिए ज़मना भाई क्या चाल चलते थे ?
उत्तर - देर तक न पढ़ना पढ़े इसके लिए जमना भाई दीये की में रेत की पोटली डाल देते थे । जिससे रेत तेल सोख लेती और दिया बुझ जाता था । मजबूर होकर मौलवी साहब किताब बंद करने का हुक्म दे देते ।
सोच - विचार : बताइए -
दूसरे मौलवी साहब के बारे में ऐसा क्यों कहा गया कि वो बहुत गम्भीर थे और अच्छा पढ़ाते भी थे ।"
उत्तर -
(क) - भाषा के रंग - नीचे लिखे शब्दों को सही क्रम में लिखकर वाक्य बनाइए -
कोठरी/करते/रहा/में/वे/एक/थे
सही क्रम में - वे एक कोठरी में रहा करते थे ।
समय/भी/था/खेलने/-के/लिए/कूदने/दिया/जाता/
सही क्रम में -
खेलने कूदने के लिए समय भी दिया जाता था ।
आधा/प्रायः/मिलती/छुट्टी/घंटे/की/थी
सही क्रम में -
प्रायः आधे घंटे की छुट्टी मिलती थी ।
चारपाई/साहब/सोते/पर/मौलवी/थे/
सही क्रम में -
मौलवी साहब चारपाई पर सोते थे ।
(ख) - छोटे - बड़े, इधर - उधर : यहाँ विलोम अर्थ देने वाले शब्दों की जोड़ी बनी है । इस प्रकार के शब्दों के जोड़े पुस्तक से ढूँढकर लिखिए -
उत्तर - छात्र शिक्षक की सहायता से स्वयं करें ।
(ग) - धीरे - धीरे, तरह - तरह : यहाँ एक ही शब्द की आवृत्ति दो बार हुई है, इस प्रकार के शब्दों के जोड़े पुस्तक से ढूँढकर लिखिए ।
(घ) - बेख़ौफ़ शब्द में बे उर्दू का उपसर्ग जुड़ा है । यह उपसर्ग शब्द के में जुड़कर उसका अर्थ उल्टा कर देता है ।
ख़ौफ़ का अर्थ होता है - भय , परंतु बेख़ौफ़ का अर्थ अर्थ - निर्भय हो ज़ाता है ।
इस प्रकार इन शब्दों के अर्थ लिखिए -
बेदाग़ -
बेघर -
बेवजह-
बेहिसाब-
बेमिसाल -
तुम्हारी कलम से -
(क) - आपका अक्षरारंभ किस उम्र में और कैसे हुआ ?
(ख) - आप अपने स्कूल में कौन - कौन से विषय पढ़ते व सीखते हैं ?
(ग) - आपको कौन सा विषय संबसे अच्छा लगता है और क्यों ?
उत्तर - छात्र उक्त प्रश्नों से उत्तर स्वयं लिखें ।
अब करने की बारी -
(क) - डॉ0 राजेंद्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे । उनकी आत्म कथा पढ़िए -
उत्तर - छात्र स्कूल के पुस्तकालय में उपलब्ध डॉ0 राजेंद्र प्रसाद जी की जीवनी पढ़ें ।
(ख) - सपने वो नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते' यह प्रसिद्ध वाक्य भारत के एक पूर्व राष्ट्रपति का है । पता कीजिए ये कौन थे -
उत्तर - "सपने वो नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते" यह प्रसिद्ध वाक्य भारत रत्न, महान वैज्ञानिक, मिसाइल मैन के नाम से प्रख्यात भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के थे ।सपने वो नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते -
भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम