शिक्षण हेतु इकाई योजना एवं वार्षिक योजना में अंतर जाने Unit Plan and Annual Plan

 वार्षिक योजना-

’’शिक्षण कार्य की योजना जो शिक्षक द्वारा अपनी दैनन्दिनी (डायरी) में सत्र पर्यन्त शिक्षण कार्य एवं अन्य करणीय कार्यों की जो रूपरेखा तैयार की जाती है। वह वार्षिक योजना कहलाती है।’’

शिक्षण की सफलता उसके नियोजन पर आधारित होती है। क्योेंकि शिक्षण सोद्देश्य क्रिया है इसलिए क्रिया की सफलता के लिए उसका पहले से ही नियोजन कर लेना चाहिए।
सम्पूर्ण वस्तु के शिक्षण की कैसे योजना बने इसका अर्थ है। हमें सबसे पहले वार्षिक योजना इसके बाद इकाई योजना तथा अन्त में दैनिक पाठ योजना बनानी चाहिये।
वार्षिक योजना केवल शिक्षण कार्य की ही नहीं बनायी जाती, मूल्यांकन की योजना भी साथ-साथ बनानी होती है। वार्षिक योजना बनाते समय सम्पूर्ण सत्र में जो उप विषय पढ़ाने है। जो इकाइयाँ अधिगम करवानी है। उन सभी का लेखा जोखा होता है।

’’सम्पूर्ण सत्र पर्यन्त शिक्षण कार्य एवं अन्य करणीय कार्यों की रूपरेखा को वार्षिक योजना कहते है।’’


इकाई योजना-

’’ इकाई शब्द को शिक्षा के क्षेत्र में लाने का श्रेय प्रसिद्ध शिक्षाशास्त्री हरबर्ट’’ को हैं।

।. एन.एल. वाॅसिंग के अनुसार – ’’इकाई अर्थ पूर्ण परस्पर संबंधित क्रियाओं की वह व्यापक शृंखला हैं। जो विकसित होकर बालकों के उद्देश्यों की पूर्ति करती है। जिसे बालक महत्त्वपूर्ण शैक्षिक अनुभव प्राप्त कर सके और अपने व्यवहारों से वांछित परिवर्तन ला सके।’’

।।. माॅरिसन के मतानुसार – ’’इकाई वातावरण संगठित विज्ञान, कला या आचरण का वह महत्त्वपूर्ण अंग है जिसे सीखने के फलस्वरूप व्यक्तिगत मंे सामंजस्य आ जाता है।’’


इकाई योजना के कारण –

1. इकाई योजना के प्रारंभ में कक्षा, विभाग, विषय, इकाई का नाम, कालांशों की संख्या, दिनांक की पूर्ति करना है।
2. इकाई योजना से सम्बन्धित प्राप्त उद्देश्यों एवं आपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तनों को लिख देना चाहिए।
3. इकाई से सम्बन्धित शिक्षण बिन्दुओं का विश्लेषण कर देना चाहिए।
4. अब छात्र एवं अध्यापक की शिक्षण क्रियाओं का निर्धारण करना चाहिए।
5. इसके बाद इकाई के अध्यापन का समय आवश्यक शिक्षण सामग्री का उल्लेख करना चाहिए।
6. बालकों में स्वाध्याय प्रवृत्ति के विकास हेतु दिये गये गृह कार्य का विवरण करना चाहिए।
7. उद्देश्यों प्राप्ति से व्यवहारगत परिवर्तन की जाँच हेतु मूल्यांकन विधि व जाँच पत्र का भी उल्लेख करना चाहिए।


इकाई योजना के प्रकार, महत्त्व व गुण –

इकाई योजना दो प्रकार की होती है- 1. पाठ्य वस्तु पर आधारित 2.अनुभव पर आधारित

1. पाठ्य-वस्तु पर आधारित योजना- ये तीन प्रकार की होती हैं –
(अ). प्रकरण पर आधारित – ये वे इकाई योजना है जो किसी प्रकरण या अध्याय पर आधारित होती है।
(ब). सिद्धान्त पर आधारित – ये किसी सूत्र-नियम या सिद्धान्त पर आधारित होती है।
(स). किसी मूल पहलू पर आधारित – बालकों को वातावरण तथा सांस्कृतिक व्यवहार व वास्तविक ज्ञान प्रदान करने हेतु वातावरण या संस्कृति के पहलू के आधार पर होता है।


2. अनुभव आधारित योजना – ये तीन प्रकार की होती है –

(अ). रुचि पर आधारित – इस प्रकार की योजना बालकों की रुचि पर आधारित होती हैं।
(ब). उद्देश्य पर आधारित – इस प्रकार की योजना का उद्देश्य बालकों को जो प्राप्त करना होता है वह होता है।
(स). आवश्यकताओं पर आधारित – ऐसी इकाई योजना व्यक्तिगत शैक्षिक आवश्यकता पर बनायी जाती है।
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