नन्हीं राजकुमारी और चन्द्रमा (कहानी) कक्षा 4 फुलवारी पाठ 10 | Nanhi Rajkumari Aur Chandrama Chapter 10
नन्हीं राजकुमारी और चन्द्रमा (कहानी) कक्षा 4 फुलवारी पाठ 10 | Nanhi Rajkumari Aur Chandrama Chapter 10
Solution for SCERT UP Board textbook कक्षा 4 हिन्दी कलरव “फुलवारी” पाठ 10 नन्हीं राजकुमारी और चन्द्रमा solution hindi pdf. If you have query regarding Kalrav ( Fulwari ) Class 4 chapter 10 Nanhi Rajkumari aur Chandrama, please drop a comment below.
नन्हीं राजकुमारी और चन्द्रमा (Nanhi Rajkumari aur Chandrama)
Exercise ( अभ्यास )
1. बोध प्रश्न :
प्रश्न ( 1 ) : उत्तर लिखिए –
(क) राजकुमारी किस कारण से बीमार हो गई ?
उत्तर- राजकुमारी चटनी खाने के कारण बीमार हो गई |
(ख) मंत्री ने पहली बार बुलाने पर राजा से क्या कहा ?
उत्तर- मंत्री ने राजा से कहा -“महाराज चंद्रमा लाना तो असंभव है | चंद्रमा पैंतीस हजार मील दूर है | वह पिघले तांबे का बना है और राजकुमारी के कमरे से बड़ा है |”
(ग) विदूषक क्या पहने था ?
उत्तर- विदूषक रंग-बिरंगी कतरनों से बने कपड़े और टोपी पहने हुए था |
(घ) राजकुमारी की बीमारी कैसे ठीक हुई ?
उत्तर- विदूषक ने राजकुमारी से बात किया और जैसा राजकुमारी ने चंद्रमा का हुलिया बताया उसी प्रकार का चन्द्रमा लाकर उसे दे दिया | इस प्रकार राजकुमारी ठीक हो गई |
(ड.) राजकुमारी के ठीक होने के बाद राजा क्यों चिंतित था ?
उत्तर- राजा यह सोचकर चिंतित था कि अगली रात जब राजकुमारी आसमान में चमकता चाँद देखेगी तो उस पर क्या प्रभाव पड़ेगा |
(च) राजकुमारी ने विदूषक से क्या कहा जिससे राजा की चिंता दूर हो गई ?
उत्तर- राजकुमारी ने विदूषक से कहा कि जैसे मेरे दांत टूटते हैं तो नए निकल आते हैं उसी प्रकार चाँद भी निकल आया होगा | यह सुनकर राजा की चिंता दूर हो गई |
2. सोच-विचार : बताइए –
(क) चित्र को देखकर सवालों के उत्तर दीजिए –
क्र. सवाल उत्तर
1 यह किस बीमारी की दवा है ? पेट की बीमारी
2 यह कौन-कौन सी चीजें मिलाकर बनाई गई है ? आँवला, काली मिर्च,
हर्र, बहेड़ा
3 इस दवा के बनने की तारीख और वर्ष क्या है ? 20.10.2017
4 कितने समय बाद यह दवा उपयोग करने लायक नहीं रहेगी ? 12 माह बाद
5 इसका मूल्य कितना है ? 25 रूपये
6 इसके रख-रखाव हेतु क्या सावधानी लिखी है ? अत्यधिक गर्मी और
सूर्य के प्रकाश से
दूर रखें
(ख) हर बीमारी के कुछ शुरुआती लक्षण होते हैं जैसे – खांसी होने पर गले में दर्द होने लगता है, बार-बार खांसी आने लगती है |
सोचो और बताओ – इन बीमारियों को तुम किन लक्षणों से पहचानोगे –
बीमारी लक्षण
बुखार शरीर का तापमान बढ़ना, शरीर में दर्द
जुकाम बार-बार छींक आना, नाक बहना
पीलिया शरीर पीला पड़ना, खून की कमी
3. भाषा के रंग :
(क) चित्र को देखकर मुहावरे बनाइए –
(1) मुँह में पानी आना
(2) पैरों में बेड़ियाँ पड़ना
(3) चिराग तले अँधेरा
(ख) नीचे दिए मुहावरों का अर्थ बताते हुए अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए –
मुहावरे अर्थ वाक्य-प्रयोग
पसीना-पसीना होना बहुत थक जाना घर की साफ़-सफाई करते हुए आदमी पसीने-पसीने हो गया
चेहरा पीला पड़ जाना भयभीत होना शेर को देखकर रामू का चेहरा पीला पड़ गया
आग बबूला होना क्रोधित होना मजदूरों को काम न करता देख देकेदार आग बबूला हो गया
दफा हो जाना भाग जाना अगर तुम वहां से दफा न हुए होते तो तुम्हारी खैर नहीं थी
4. आपकी कलम से :
(क) आप अथवा आपके घर में कभी न कभी कोई बीमार पड़े होंगे ? बताइए –
(1) कौन बीमार पड़ा – स्वयं लिखें
(2) कब बीमार पड़े – स्वयं लिखें
(3) क्या बीमारी थी – स्वयं लिखें
(4) कैसे ठीक हुए – स्वयं लिखें
(ख) किसी के बीमार हो जाने पर बहुत सारे लोग जो कि डॉक्टर नहीं होते हैं फिर भी तमाम तरह के इलाज बताने लगते हैं | सोचिए और लिखिए –
(1) बीमार होने पर हमें क्या-क्या करना चाहिए ?
उत्तर- बीमार होने पर हमें लोगों के तरह-तरह के इलाज को न अपनाकर डॉक्टर को दिखाना चाहिए | डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवाएं लेनी चाहिए |
(2) क्या नहीं करना चाहिए ?
उत्तर- अपने मन से कोई भी दवा नहीं लेनी चाहिए |
(ग) जब हम बीमार पड़ जाते हैं तो स्कूल से छुट्टी लेनी होती है | वह चिठ्ठी कैसे लिखी जाती है ? लिखिए|
सेवा में,
प्रधानाचार्य
…(अपने स्कूल का नाम लिखें)…
महोदय,
निवेदन है कि प्रार्थी ……..(अपना नाम )….. कक्षा -4 का छात्र है | आज रात में बुखार से पीड़ित होने के कारण विद्यालय आने में असमर्थ है|
अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि प्रार्थी को आज दिनांक …………….. का एक दिन का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें|
महान कृपा होगी |
प्रार्थी
नाम-………………………
कक्षा -…………………….
स्कूल का नाम – ……………………….
5. अब करने की बारी :
(क) रेडियो/टीवी से -भारतीय सिनेमा में चंद्रमा पर बहुत से गाने बने है | कुछ गानों के बारे में पता करके उनके मुखड़े (स्थायी) लिखिए|
उत्तर-
(१) चाँद सिफ़ारिश जो करता हमारी देता वो तुमको बता शर्म-ओ-हया पे परदे गिरा के करनी है हमको खता
(२) चाँद तारों में नजर आये, चेहरा तेरा
(३) चंदा मामा सो गए, सूरज चाचू जागे
(ख) इस कहानी का कक्षा में मंचन कीजिए |
उत्तर- स्वयं करें |
6. मेरे दो प्रश्न : पाठ के आधार पर दो सवाल बनाइए –
1 . मंत्री, जादूगर, गणितज्ञ और विदूषक में से कौन होशियार था ?
2. राजकुमारी ने चन्द्रमा का कितना बड़ा आकार बताया ?
7. इस कहानी से :
(क) मैंने सीखा –
(ख) मैं करूंगी / करूंगा –
You just read UP Board Solutions of Class 4 Kalrav Hindi Chapter 10 Nanhi Rajkumari aur Chandrama. If you have any suggestions, please send them to us as your suggestions are very important to us.