Solution for SCERT UP Board textbook कक्षा 4 हिन्दी कलरव “फुलवारी” पाठ 16 बच्चों का पूछताछ केंद्र (हास्य-कथा) solution Hindi pdf, | If you...
Solution for SCERT UP Board textbook कक्षा 4 हिन्दी कलरव “फुलवारी” पाठ 16 बच्चों का पूछताछ केंद्र (हास्य-कथा) solution Hindi pdf, | If you have query regarding Class 4 Kalrav ( Fulwari ) chapter 16 Bachchon ka Puchhatachha Kendra, please drop a comment below.
बच्चों का पूछताछ केंद्र (हास्य-कथा) | Class 4 Hindi Fulwari Chapter 16
1: बोध प्रश्न : उत्तर लिखिए –
(क) पूछताछ केंद्र को बच्चों का पूछताछ केंद्र बनाने के लिए चीची ने क्या किया ?
उत्तर- पूछताछ केंद्र को बच्चों का पूछताछ केंद्र बनाने के लिए चीची ने ‘पूछताछ केंद्र’ के ऊपर ‘बच्चों का’ शब्द लिख दिया |
(ख) खरगोश किस तरह चिल्लाते हैं ? इस प्रश्न का जवाव चीची ने क्या दिया ?
उत्तर- चीची ने जवाब दिया -“खरगोश बिल्कुल नहीं चिल्लाते | वे धीरे-धीरे बातचीत किया करते हैं |”
(ग) जिससे रेलगाड़ी सड़क पर न आ जाए, यह उत्तर चीची ने किस प्रश्न का दिया?
उत्तर- “जब रेलगाड़ी आती है तो सड़क का फाटक बंद क्यों कर दिया जाता है ?”
(घ) चीची को पूछताछ केंद्र क्यों बंद करना पड़ा ?
उत्तर- चीची ने पूछताछ केंद्र शर्त लगाने के लिए बंद कर दिया |
2: खोजबीन –
(क) चीची से कुल कितने सवाल पूछे गए ?
उत्तर- चीची से कुल मिलाकर 10 सवाल पूछे गए |
(ख) कितने लोगों ने सवाल पूछा ?
उत्तर- 7 लोगों ने सवाल पूछा |
(ग) क्या किसी ने दो सवाल भी पूछे ?
उत्तर- हाँ, कई बच्चों ने दो सवाल पूछे |
(घ) तुम्हें कौन-सा सवाल सबसे अच्छा लगा ?
उत्तर- मुझे “खरगोश किस तरह चिल्लाते हैं ?” प्रश्न अच्छा लगा |
(ड) कौन-सा जवाब सबसे अच्छा लगा ?
उत्तर- “कुत्ते को स्वयं ही कड़ा अभ्यास करके चतुर चालाक बनने दो” यह उत्तर अच्छा लगा |
3: सोच-विचार : बताइए –
(क) आप बताइए कि रेलगाड़ी के आने पर सड़क का फाटक क्यों बंद कर दिया जाता है ?
उत्तर- रेलगाड़ी के आने पर सड़क का फाटक इसलिए बंद कर दिया जाता है, जिससे कोई रेलगाड़ी के सामने न आये |
(ख) चीची के सामने अगर आप होते तो क्या पूछते ? तीन सवाल लिखिए –
उत्तर- छात्र स्वयं लिखें |
(ग) बातचीत –
नीचे बातचीत के कुछ अंश दिए गए हैं। लिखिए कि यह बातचीत किस-किस के बीच हो रही होगी –
“क्यों भाई! टमाटर किस भाव दिए हैं ?”
“तीस रुपये किलो’
“पचीस रुपये किलो लगाओ”
“नहीं भाई, इतने का तो मुझे भी नहीं पड़ा”- सब्जी बेचने वाले और खरीदने वाले के बीच
“तुम्हें बुखार कब से आ रहा है ?”
“कल रात से, बहुत कँपकँपी भी आ रही है।
“कोई बात नहीं दो दिन की दवा दे रहा हूँ। परसों आकर हालचाल बताना ! – डॉक्टर और मरीज के बीच
“कल स्कूल क्यों नहीं आए थे जितेंद्र ?”
“कल मैं बुआ जी के घर गया था।”
“अरे! पर अचानक कैसे ?”
“मेरी फूफेरी बहिन का जन्मदिन था|
“वाह! तब तो खूब मजा आया होगा ?” – शिक्षक और छात्र के बीच
(घ) जब हम किसी से मिलते हैं तो कुछ प्रारंभिक बातचीत होती है,
जैसे –
अभिवादन – नमस्कार, प्रणाम
कुछ सवाल – क्या हालचाल हैं
कुछ जवाब – मैं अच्छा हूँ… घर से आ रहा हूँ।
कुछ आसपास की बातें – आज तो बहुत तेज गर्मी है।
सोचिए और“बँताइए कि ये बातें और किस-किस तरह की हो सकती हैं।
(ड) नीचे दिए गए उत्तरों में दो-दो बातें कही गई हैं। उदाहरण के अनुसार ऐसे सवाल बनाइए जो उन दोनों बातों के बारे में हों –
यह मेरी बहिन है, कक्षा 3 में पढ़ती है
यह कौन है ?
किस कक्षा में पढ़ती है ?
नीलम अगले महीने रजिया के घर जाएगी
- नीलम किसके घर जायेगी ?
- नीलम रजिया के घर कब जायेगी ?
डेजी कल सुबह गोरखपुर से आई है
- गोरखपुर से कौन आया है ?
- डेजी गोरखपुर से कब आयी है ?
जग्गी के घर में काले रंग की गाय है
- किसके घर में गाय है ?
- गाय का रंग कैसा है ?
4: भाषा के रंग –
(क) शब्द अंत्याक्षरी –
व्यवस्था- 5-5 या 10-10 बच्चों की आमने-सामने खड़ी दो टोली, टोली के नाम स्कोरबोर्ड, निर्णायक |
तरीका
– दोनों टीमों में से किसी एक बच्चे द्वारा कोई शब्द बोले जाने पर दूसरी
टीम के द्वारा उस शब्द के अंतिम अक्षर से शुरू होने वाले शब्द बोलना|
नियम – शब्द बोलते समय रुक जाने अथवा गलत बोलने पर शून्य अंक।
दोनों के लगातार सही बोलते रहने पर 1-1 अंक ।
बोले गए शब्द के अंत में ‘ण’, ‘ड़’, तथा ‘ढ़’ आने पर क्रमश ‘न’, ड’ और ‘ढ’ अक्षर से बनने वाले शब्द बोलना।
छात्र दिए गए निर्देश के अनुसार अन्त्याक्षरी खेलें |
(ख) ‘बा’ तथा ‘बे’ उर्दू के उपसर्ग (शब्दांश) हैं जो क्रमशः सहित और रहित (नहीं) का अर्थ देते हैं। ये शब्दांश शब्दों के पहले जुड़कर अर्थ बदल देते हैं उदाहरण के अनुसार इन्हें जोड़कर शब्द बनाइए-
‘बा’ | ‘बे’ |
---|---|
बा + इज्जत = बाइज्जत | बे + इज्जत = बेइज्जत |
बा + कायदा = बाकायदा | बे + कायदा = बेकायदा |
बा + अदब = बाअदब | बे + अदब = बेअदब |
बा + दल = बादल | बे + घर = बेघर |
बा + जरा = बाजरा | बे + रहम = बेरहम |
अब करने की बारी –
(क) साक्षात्कार – रसोइया /सफाई कर्मी,/पान विक्रेता /किसान,रिक्शा चालक/राजमिस्त्री / फेरीवाला आदि में से किसी एक को चुनें। इनकी अपनी खुशियाँ हैं, दुख- दर्द हैं, काम-धाम हैं, घर-परिवार हैं। इनके बारे में जानने के लिए इनसे साक्षात्कार (बातचीत) करना एक सहज तरीका है।दो-दो की टोलियों में इनके पास जाकर (इनके खाली समय में) सवालों को एक-एक कर के पूछिए। दूसरा साथी नोट करता रहे। पूछे गए सवाल व बताए गए जवाब को समूहवार कक्षा में प्रस्तुत कीजिए |
(ख) आपने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन तथा अन्य जगहों पर ‘पूछताछ केंद्र” देखा होगा। इसके अंदर बैठा व्यक्ति पूछने वाले को बस/रेल से संबंधित जानकारी देता हैं। जैसे – कहाँ से कहाँ को? कितने बजे? कहाँ से मिलेगी? आदि। आप भी अपनी कक्षा में ‘बच्चों का पूछताछ केंद्र’ बनाइए। उसमें चीची की जगह किसी बच्चे को बैठाकर इस तरह के सवाल-जवाब कीजिए।
उत्तर- उपरोक्त दोनों प्रश्नों का जवाब विद्यार्थी स्वयं लिखें |
6: मेरे दो प्रश्न : पाठ के आधार पर दो सवाल बनाइए –
- चीची से पहला प्रश्न किसने पूछा ?
- पूछताछ केंद्र पर कौन बैठता था ?
(ख) मैं करूँगी/करूँगा –
छात्र अपने अनुभव के आधार पर लिखें |
यह भी जानिए –
कुछ महत्त्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर
100 - पुलिस हेल्पलाइन
104/- फ़ायर ब्रिगेड हेल्पलाइन
10/27144/108 - एंबुलेंस हेल्पलाइन
103 - मेडिकल हेल्पलाइन
139 - रेलवे इन्क्वायरी
1096 - नेचुरल डिजास्टर हेल्पलाइन (प्राकृतिक आपदा)
1090/1091 महिला हेल्पलाइन
1098 - बाल हेल्पलाइन